अपतट पवन विकास

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अपतट पवन पवर विकास+

नीवे द्वारा भारत के तटवर्ती प्रदेशों में किए गए प्राथमिक अध्‍ययनों से देश के दक्षिणी एवं पश्चिमी तटवर्ती छोर से दूर क्षेत्रों में भारत में पवन खेत विकास की अच्‍छी संभावनाओं का स्‍पष्‍ट संकेत मिलता है। FOWIND (भारत में अपतटीय पवन ऊर्जा की सुविधा प्रदान करना) संघ ने ज्ञान साझेदार के रूप में नीवे के साथ में अपतट पवन संभाव्‍यता का मूल्‍यांकन किया। पवन संसाधन, बैथीमेट्री आदि जैसे विभिन्‍न प्राचलों के मूल्‍यांकन युक्‍त बहु-मानदण्‍ड पद्धति के आधार पर गुजरात एवं तमिलनाडु तट से दूर संभाव्‍य अपतट पवन ऊर्जा अंचलों के रूप में आठ अंचलों की पहचान की गई।

देश में अपतट पवन खेतों के समग्र विकास की आवश्‍यकता की दृष्टि से तथा प्रक्रिया में गति लाने के लिए तीन मॉडलों का प्रस्‍ताव किया गया तथा उन्‍हें अंतिम रूप दिया गया। इसके अतिरिक्‍त, संभाव्‍य अंचल / उप-अंचलों की भी पहचान की गई है तथा अतपट के लिए एक कार्यनीति दस्‍तावेज़ तैयार किया गया है तथा उसे एमएनआरई के वेबसाइट में प्रकाशित किया गया है।

उपर्युक्‍त चित्र में तमिलनाडु तट से दूर मननार की खाड़ी एवं गुजरात तट से दूर खंबात की खाड़ी में विभिन्‍न अंचल / उप-अंचल दर्शाए गए हैं

तमिलनाडु में अपतट पवन खेत के लिए समुद्री स्‍थानिक नियोजन

भारत-डैनिश सहयोग के अंतर्गत नीवे एवं DEA ने संयुक्‍त रूप से समु्द्री स्‍थानिक नियोजन अध्‍ययन किया है जिसमें पवन की गति, पानी की गहराई, समुद्री ट्रैफिक, खतरनाक क्षेत्र, पर्यावरणीय संवेदनशील अंचल आदि जैसे महत्‍वपूर्ण पहलू शामिल हैं।

मन्‍नार की खाड़ी में अपतट पवन संभाव्‍यता के विश्‍लेषण के पश्‍चात् तमिलनाडु के तट से दूर, मन्‍नार की खाड़ी में अपतट पवन खेतों के विकास हेतु भावी अंचल एवं उप-अंचलों की पहचान करने के लिए अंचल एवं अप-अंचलों का एक सेट तैयार किया गया है। साथ ही, तमिलनाडु तट से दूर, मन्‍नार की खाड़ी में अपतट पवन विकास हेतु एमएनआरई कार्यनीति दस्‍तावेज़ को ध्‍यान में रखते हुए उप-अचलों में पुन: परिवर्तन किया गया है। कार्यनीति दस्‍तावेज़ में उल्‍लेख किए गए अनुसार विभिन्‍न मॉडलों के अंतर्गत पुन:परिवर्तित उप-अंचलों के विवरण निम्‍नानुसार हैं।

तमिलनाडु तट से दूर, मन्‍नार की खाड़ी के क्षेत्र में अंचल / उप-अंचल दर्शाते हुए चित्र
मेट-समुद्री मापन +

देश में अपतट पवप की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए खंबात की खाड़ी एवं मन्‍नार की खाड़ी में मेट-समुद्री मापन (तरंग, ज्‍वार, प्रवाह, पानी का स्‍तर आदि)

एमएनआरई ने नीवे को ‘’देश में अपतट पवन की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए खंबात की खाड़ी एवं मन्‍नार की खाड़ी में मेट-समुद्री मापन (तरंग, ज्‍वार, प्रवाह, पानी का स्‍तर आदि)’’ नामक परियोजना को संस्‍वीकृति प्रदान की है।

उक्‍त परियोजना के अंतर्गत नीवे ने तमिलनाडु तट के तीन स्‍थलों में VOC पोर्ट (तट से लगभग ~2.5-3 km की दूरी पर) तथा उदंगड़ी (तट से ~8 km की दूरी पर) लिडर आधारित अपतट मापन अभियान प्रारंभ किया है।

VOC_पोर्ट_1 & VOC_पोर्ट_2 में लिडर संस्‍थापित किया है। उदंगडी में संस्‍थापित लिडर

ZX300M लिडर-996 को VOC पोर्ट_1, नया बंदरगाह, रेडगेट, VTM टावर, तूत्‍तुकूडी, तमिलनाडु में संस्‍थापित किया है।

VOC_पोर्ट_1 में लिडर संस्‍थापित

ZX300M लिडर-997 को VOC पोर्ट_2, ऑयल जेट्टी के पास इलेक्ट्रिकल सब-स्‍टेशन टेरस, रेडगेट, तूत्‍तुकूडी, तमिलनाडु में संस्‍थापित किया है।

VOC_पोर्ट_2 में लिडर संस्‍थापित

ZX300M लिडर-998 को उदंगडी, तमिलनाडु में संस्‍थापित किया है।

उदंगडी में संस्‍थापित लिडर

मन्‍नार की खाड़ी में पवन प्रोफाइल के लक्षण-वर्णन की ओर लक्षित मापन अभियान कार्य को फरवरी 2025 में पूर्ण किया जाएगा।