मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास एवं प्रशिक्षण, अवरसंरचना प्रबंधन
संपूर्ण भारत एवं विकासशील देशों में नीवे ही एक अनोखा संस्थान है तथा यह नीवे की जिम्मेदारी बन जाती है कि वह न केवल अपने देश ही में हो रहे पवन ऊर्जा विकास में गति लाएं बल्कि पड़ोसी एवं विकासशील देशों में हो रहे विकास की गति में वृद्धि करें। इन क्रियाकलापों के एक भाग के रूप में कौशल विकास एवं प्रशिक्षण (SDT) प्रभाग (पूर्व में सूचना, प्रशिक्षण एवं निर्धारित सेवाएं, ITCS प्रकोष्ठ), देश की सार्वजनिक जनता में पवन ऊर्जा के प्रयोग को प्रोत्साहित तथा जानकारी प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के केन्द्र बिन्दु बनकर शिक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करते हुए पवन ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक कुशल एवं प्रशिक्षित कार्मिक शक्ति प्रदान कर रहा है।
नीवे ने 42वां अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया जिसमें 100 देशों से 900 से अधिक व्यावसायिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया। नीवे, वर्ष 2004 से एमएनआरई के समर्थन से अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है तथा वर्ष 2010 से भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (MEA) के समर्थन से भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (ITEC) के साझेदार, सभा सदस्यों एवं अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधियों के लिए क्रमश: ITEC एवं अफ्रीका भारत मंच सम्मेलन – II & III भी आयोजित कर रहा है। विभिन्न ग्राहकों एवं देशों के प्रतिनिधियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण के मुख्य विषय क्षेत्र निम्नानुसार हैं
प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के शीर्षक
निम्नांकित ग्राहकों एवं देश के प्रतिनिधियों के लिए
प्रशिक्षण के विवरण अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पृष्ठ में प्रदान किए गए हैं
नीवे ने पवन ऊर्जा को प्रोत्साहित करने की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किया है तथा भारत में पवन ऊर्जा को एक प्राथमिक ऊर्जा स्रोत के रूप में प्रोत्साहित करने की दिशा में अपना महत्वूपर्ण योगदान दिया है। नीवे ने स्व-निधि समर्थित एवं एमएनआरई द्वारा समर्थित मोड में 53 राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया है तथा देश के कई भागों से 2000 से भी अधिक व्यावसायिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया है।
कई दशकों के अथक प्रयास से आज संतोषजनक परिणाम दिखाई दे रहे हैं तथा इस विस्तृत अनुभव से हम आज, संपूर्ण विश्व में पवन ऊर्जा के समग्र विकास को जानकारी का प्रचार प्रसार करने में समथ्र हैं। इस उद्देश्य के लिए हर वित्तीय वर्ष राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव किया जाता है तथा पवन एवं पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी से शुरू करते हुए पवन संसाधन मूल्यांकन, वित्तीय पहलुओं के साथ पवन ख्रेतों का संस्थापन, प्रचालन एवं रखरखाव, पवन टरबाइनों का परीक्षण एवं प्रमाणीकरण तक पवन के सभी पहलुओं पर व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत किया जाता है। साथ ही, नीवे, ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी एवं पवन खेत पिरयोजना विकास के सभी पहलुओं में निश्चित प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करता है।
राष्ट्रीय प्रशिक्षण पृष्ठ में प्रदत्त प्रशिक्षणों के विवरण प्रस्तुत किए गए हैं।
जानकारी से संबंधित जागरूकता पैदा करने तथा उसके सही प्रचार-प्रसार के लिए समाचार पत्रिका का प्रकाशन अत्यंत अनिवार्य है। नीवे (पूर्व में सीवेट के नाम से जाने गए), विकासशील देशों में अपनेआप में एक अनूठा संस्थान है जो देश में पवन ऊर्जा विकास को गति प्रदान करने के लिए एक तकनीकी बिन्दु के रूप में कार्य कर रहा है।
आज, पवन ऊर्जा के क्षेत्र में स्थानीय एवं वैश्विक विकास का केन्द्र बनकर क्रियाकलापों एवं भूमिका से संबंधित जानकारी के प्रति जागरूकता पैदा करने तथा क्रियाकलापों का प्रचार प्रसार करना अत्यंत अनिवार्य है। अत: वर्ष 2003 में सीवेट के लिए ‘’पवन’’ नामक समाचार पत्रिका प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया। जुलाई 2004 में इसका प्रथम अंक प्रकाशित किया गया और तब से सतत रूप में इसका प्रकाशन किया जाता है। पवन के सभी अंकों को एक डाऊनलोड योग्य रूप में उपलब्ध किया जाता है।
नीवे, वर्ष 2002-03 से 2019-20 की अवधि तक हर वर्ष, संस्थान के क्रियाकलापों और सेवाओं के बारे में द्विभाषिक वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करता आ रहा है। इसके अतिरिक्त नीवे, एमएनआरई के वार्षिक रिपोर्ट के लिए भी अपना योगदान देता है।
नीवे के पुस्तकालय की स्थापना वर्ष 2002 की अवधि में संस्थान के अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के अंतर्गत किया गया। सितंबर 2003 की अवधि में सुविधाओं के साथ 137 पुस्तकों एवं 4 अभिदत्त आवधिकों को SDT प्रभाग (पूर्व में ITCS प्रकोष्ठ से जाना गया) को सौंपा गया। संस्थान के पुस्तकालय में विशिष्ट रूप से पवन ऊर्जा, संबंधित पुस्तकें एवं सामान्य विषयक्षेत्र नवीकरणीय ऊर्जा संबंधी 2200 पस्तकें उपलब्ध हैं तथा संबंधित पुस्तकों को जोड़कर उसे मज़बूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। नीवे के पुस्तकालय में पवन ऊर्जा एवं अन्य संबंधित अभियांत्रिकी विषयक्षेत्रों से सभी प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय लर्नल एवं पत्रिकाओं का अभिदान प्राप्त किया गया है। पुस्तकालय में 345 तकनीकी रिपोर्ट एवं 415 सम्मेलन प्रक्रणों के साथ पवन मान-चित्रावली, डेटा पुस्तिकाएं, मानचित्र, मैन्युअल, सूविनेयर एवं डिजिटल संसाधन आदि जैसे जानकारी संसाधन भी उपलब्ध हैं ।
अत्यंत सहजता एवं त्वरित रूप में पुस्तकालय स्रोतों बनाए रखने तथा प्रभावशाली सेवाएं प्रदान करने के लिए नीवे ने पुस्तकालय ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर ‘’ऑटोलिब’’ द्वारा पुस्तकालय को कंप्यूटरीकृत किया है। नीवे में पुस्तकालय सेवाएं प्राप्त करनेवाले उपयोगकर्ता उन्हें आसानी से पहचान सकते हैं तथा ऑनलाइन सार्वजनिक ऐक्सेस कैटलॉग (OPAC) @ http://library/cwet द्वारा पुस्तकालय संसाधनों की स्थिति का पता लगा सकते हैं। संस्थान में प्राप्त नई पुस्तकों एवं आवधिक पत्रिकाएं प्राप्त होते ही अद्यतनित किए जाते हैं।
संस्थान का SDT प्रभाग शैक्षणिक, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों एवं प्रदर्शिनियों में संस्थान के स्टॉल के माध्यम से नीवे के क्रियाकलापों एवं सेवाओं का प्रचार प्रसार करने के साथ-साथ प्रदर्शिनियों के पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के बारे में जागरूकता पैदा करता है। इसके अतिरिक्त नीवे के व्यावसायिक पहलू के विकास को प्रोत्साहित करता है। हाल ही में 102वें भारतीय विज्ञान काँग्रेस उत्कृष्ट स्टॉल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
संस्थान का SDT प्रभाग, कॉलेज। स्कूल के विद्यार्थियोविद्यार्थियों एवं विभिन्न विशिष्ट आगन्तुकों के लिए आद्योगिक भ्रमण आयोजित करता है।
नीवे अपने ग्राहकों में सही जागरूकता पैदा करने तथा संस्थान के क्रियाकलापों एवं प्रदत्त सेवाओं के प्रचार हेतु नीवे सूचना ब्रोशर की अभिकल्पना के साथ समय समय पर अद्यतन करने के साथ मुद्रित किया जाता है तथा कार्यक्रम/ बैठक/ सम्मेलन/ प्रदर्शनियों के दौरान कार्यालय में पधारनेवाले आगन्तुकों को दिया जाता है।
संस्थान के परिसरों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, सम्मेलन एवं संगोष्ठियां आयोजित करने के लिए 90 सीट एवं 25 सीट क्षमता युक्त अत्याधुनिक उपकरण एवं ऑडियो-विशुअल व्यवस्थाओं से सुसज्जित हॉल संस्थापित किया गया है। उक्त सुविधाओं का उम्कृष्ट प्रबंधन किया जाता है ताकि प्रशिक्षण एवं अन्य बैठकें आयोजित किए जा सकें।
नीवे एवं इरिडा के बीच हस्ताक्षरित समझौता करार के आधार पर इरिडा द्वारा तैयार की गई कार्पस निधि तैयार किया गया। उक्त अवधि से पुरस्कार संबंधित नीवे के SDT प्रभाग के पुरस्कार हेतु व्यवस्था की गई। वर्ष 2018 उक्त पुरस्कार योजना का प्रादर्भाव हुआ तथा वर्तमान जारीख तक 5 संस्करण जारी किए गए।
नीवे, चेन्नई एव WTTS, कायथर में नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों से संबंधित वैज्ञानिक प्रयोग एवं अनुसंधान करने के लिए निम्नांकित चित्र में प्रस्तुत किए गए उपकरण युक्त नवीकरणीय ऊर्जा प्रयोगशाला संस्थापित किया गया ताकि प्रशिक्षण प्रतिभागी सहजता से समझ सकें।
पवन टरबाइन ऐमुलेटर | पवन टरबाइन प्रशिक्षण व्यवस्था | PV प्रशिक्षण एवं अनुसंधान व्यवस्था |
सौर ऊष्मीय प्रशिक्षण व्यवस्था (फ्लेट प्लेट कलेक्टर आधारित व्यवस्था) | सौर PV ग्रिड टाइड प्रशिक्षण व्यवस्था | ऊष्मीय ऊर्जा भण्डारण प्रशिक्षण व्यवस्था |
सौर कॉन्सन्ट्रेटर प्रशिक्षण व्यवस्था | सौर PV ऐमुलेटर |
वर्ष 2017 की अवधि में नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय के प्रायोजन से नीवे, चेन्नई एवं गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान (मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय) में एक छोटा पवन टरबाइन प्रयोगशाला संस्थापित किया गया। प्रयोगशाला के संस्थापन के पश्चात् छोटे पवन टरबाइन क्षेत्र के लिए कुशल कार्मिक शक्ति का सृजन करने के उद्देश्य से आईटीआई, डिप्लोमा, अभियंता एवं ग्रामीण मेकेनिक युक्त 50 प्रतिभागियों के लिए छोटे पवन टरबाइन की अभिकल्पना, संस्थापन एवं रखरखाव विषय पर दो क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। साथ ही, छोटे पवन टरबाइनों की अभिकल्पना, संस्थापन एवं रखरखाव विषय पर तीन अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें 40 देशों से ITEC एवं AIFS प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों से लगभग 100 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा SWT उत्पादन के क्षेत्र में निम्न लागत एवं ग्रामीण विकास के लिए उपयोगी स्थानीय उपलब्ध सामग्री से प्रत्यक्ष व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया।