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मानक एवं विनियमन
भारतीय पवन ऊर्जा क्षेत्र का विकास, निजी क्षेत्र की सक्रिय प्रतिभागिता से एक मुख्य औद्योगिक क्रियाकलाप के रूप में उभर रहा है। नीवे ने रायज़ो राष्ट्रीय प्रयोगशाला, डेनमार्क (वर्तमान में डीटीयू डेनमार्क के नाम से जाना जाता है) की तकनीकी सहायता से प्रकार अनुमोदन – प्रावैधानिक योजना नामक भारतीय पवन टरबाइन प्रमाणीकरण योजना का विकास किया था। टैप्स 2000, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित सर्वप्रथम प्रकार प्रमाणीकरण योजना थी, जिसे मंत्रालय ने अनुमोदन प्रदान किया तथा नीवे ने इसका कार्यान्वयन किया। इसके अतिरिक्त नीवे, पवन टरबाइनों पर भारतीय मानक तैयार करने की प्रक्रिया में सम्मिलित है तथा इस संदर्भ में भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) को तकनीकी समर्थन प्रदान कर रहा है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE), देश में पवन पवर परियोजना कार्यों के विकास को कारगर बनाने तथा पवन पवर क्षेत्र की स्वस्थ एवं व्यवस्थित प्रगति के लिए समय समय पर मार्गदर्शन जारी कर रहा है। इसके अतिरिक्त मंत्रालय पवन टरबाइनों के मॉडल एवं उत्पादकों की पुनरीक्षित सूची (RLMM) भी जारी कर रहा है। इस संबंध में नीवे, RLMM की प्रक्रिया के कार्यान्वयन हेतु मंत्रालय को तकनीकी समर्थन भी प्रदान कर रहा है। साथ ही, नीवे मंत्रालय द्वारा जारी मार्गदर्शनों के अनुरूप प्राकर परीक्षण कार्य करने हेतु प्रोटोटाइप पवन टरबाइन मॉडलों के ग्रिड सिंक्रोनाइजेशन की व्यवस्था भी कर रहा है।
परीक्षण
संस्थान का मापन एवं परीक्षण स्टेशन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की राष्ट्रीय प्रयोगशाला नीति के अनुसार पवन टरबाइन परीक्षण हेतु भारत की मूल प्रयोगशाला माना जाता है। पवन टरबाइन परीक्षण के क्षेत्र में प्रचालित भारत सरकार के एवं अन्य प्रयोगशालाएं नीवे के बाद अर्थात् द्वितीय स्थान पर होंगी। सभी प्रयोगशालाएं एक साथ मिलकर सभी पणधारियों के लिए भारत में पवन टरबाइनों के विश्वस्तरीय परीक्षण हेतु क्षमता निर्माण एवं डिलीवरी पद्धति तैयार करने के लिए कार्य करेंगे।
नीवे, संबंधित मानकों एवं नियमों के अनुपालन में पवन टरबाइनों के प्रकार परीक्षण के संदर्भ में पवन टरबाइनों के प्रकार परीक्षण से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में भारत में एनएबीएल द्वारा प्रत्यायित सर्वप्रथम प्रयोगशाला है। उक्त प्रत्यायन वर्ष 2006 में प्राप्त किया गया तथा तेरह वर्षों से आज की तारीख तक भारत का सर्वप्रथम एनएबीएल प्रत्यायित प्रयोगशाला है।
नीवे ने वर्ष 1999 में डैनिश विकास एजेन्सी (DANIDA) के अनुदान तथा भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की वित्तीय सहायता एव मार्गदर्शन तथा राइज़ो राष्ट्रीय प्रयोगशाला डेनमार्क की तकनीकी सहायता से तमिलनाडु के कायथर के पास स्थित पवन टरबाइन परीक्षण स्टेशन (WTTS) स्थापित किया। वर्तमान में संस्थान में विशिष्ट रूप से अपतट पवन टरबाइनों के लिए द्वितीय पवन टरबाइन परीक्षण स्टेशन का विकास करने की योजना बनाई जा रही है और यह जब भी होगा, वह भारत में प्रथम होगा।
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS), भारतीय मानक जारी करनेवाला राष्ट्रीय मानक निकाय है। भारतीय मानक ब्यूरो ने नीवे के महानिदेशक की अध्यक्षता में पवन टरबाइनों पर भारतीय मानक तैयार करने के लिए पवन टरबाइन अनुभागीय समिति (ETD 42) गठित की है। इस संदर्भ में नीवे, IEC मानक / IECRE दस्तावेज़ों से संबंधित कार्य के साथ मानकों को तैयार करने की प्रक्रिया में तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने भारत में प्रकार प्रमाणीकरण प्राप्त करने के लिए प्रकार परीक्षण हेतु प्रोटोटाइप पवन टरबाइन मॉडलों के संस्थापन कार्य के संबंध में मार्गदर्शन जारी किया है। नीवे, प्रोटोटाइप पवन टरबाइन मॉडलों पर मंत्रालय द्वारा जारी मार्गदर्शनों को कार्यान्वित करने के माध्यम से पवन टरबाइन मॉडलों के प्रोटोटाइप के ग्रिड सिंक्रोनाइजेशन के लिए सहयोग प्रदान करता है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के मार्गदर्शनों के अनुसरण में मंत्रालय को विभिन्न पवन टरबाइन उत्पादकों द्वारा प्रदत्त दस्तावेज़ीकरण/ सूचना के आधार पर आवधिक रूप में RLMM की सूची जारी कर रहा है इौर इस संदर्भ में नीवे, मंत्रालय को RLMM की सूची जारी करने में सहायता प्रदान कर रहा है।
वर्तमान में WTTS परीक्षण स्टेशन में 1250kW एवं 400kW क्षमताओं युक्त पवन टरबाइनों के परीक्षण हेतु ग्रिड से कनेक्ट किए गए दो टेस्ट बेड हैं। टेस्ट बेडों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त उच्च क्षमता युक्त पवन टरबाइन प्राप्त होने पर उनका भी परीक्षण किया जा सकता है।
कंट्रोल युक्त हर बेड में अत्याधुनिक डेटा प्राप्ति व्यवस्थाएं उपलब्ध की गई हैं तथा उनमें अत्याधुनिक वास्तुशिल्प के साथ वैधीकृत सॉफ्टवेयर भी हैं।
पवन टरबाइनों के लिए परीक्षण
प्रभाग, ग्राहकों के अनुरोध पर उनके ही परिसरों में क्षेत्र मापन का कार्य करता है।
पवन टरबाइनों के परीक्षण के लाभ
पवन टरबाइनों के मापन से निम्नलिखित सहायता मिल जाती है
नवीन राष्ट्रीय परीक्षण सुविधाओं के सृजन की प्रगति के विभिन्न स्तरों में है तथा उक्त सुविधाओं को जल्द ही राष्ट्र की सेवा में समर्पित करने की प्रत्याशा की जाती है।
हम नीवे के एक भाग, पवन ऊर्जा क्षेत्र के महत्त ग्राहकों को पवन टरबाइन के परीक्षण में भरोसेमंद, त्वरित एवं आश्वसनीय सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हम अपने सभी प्रचालनों में उच्च स्तरीय व्यावसायिक नैतिकता एवं पारदर्शिता बनाए रखेंगे। हमारी पद्धतियां एवं कार्य अत्यंत पारदर्शी हैं तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं।
हम अपने प्रचालनों में सतता बनाए रखने के लिए परीक्षण प्रचालन के क्षेत्र में कार्यरत सभी कार्मिकों की सक्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आगे हम IS/ISO/IEC 17025 के कार्यान्वयन के माध्यम से अपने ग्राहकों की सभी प्रत्याशाओं को पूरा करने के लिए अथक प्रयास करेंगे तथा अपने कार्यों में सतत सुधार बनाए रखेंगे।
वर्ष 1999 से पिछले 22 वर्षों के प्रचालन में छोटे एवं बृहत् पवन टरबाइन परीक्षण के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ग्राहक, दोनों के लिए 85 परीक्षण सेवा परियोजनाएं पूर्ण किए गए।
पूर्ण किए गए तथा जारी परीक्षण एवं मापन कार्यों की रूपरेखा