11वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

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संक्षिप्त प्रतिवेदन
पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग
ITEC / SCAAP कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
कार्यक्रम आयोजन की अवधि : 4 सितंबर से 2 अक्टूबर 2013

पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी केंद्र के सूचना, प्रशिक्षण और अनुकूलित सेवाएं एकक के द्वारा "पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग" विषय पर, भारत सरकार, नई दिल्ली के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा समर्थित और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित, ITEC / SCAAP कार्यक्रम के अंतर्गत, 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन 20 मार्च से 12 अप्रैल 2013 की अवधि में किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में 16 देशों के (कोस्टा रिका, माली, मलेशिया, ओमान, म्यांमार, सूडान, इथियोपिया, सीरिया, थाईलैंड, लीबिया, आर्मेनिया, नेपाल, भूटान, घाना, मॉरीशस और जाम्बिया) 23 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

भारत सरकार के भारतीय प्रवासी कार्य मंत्रालय में संरक्षक श्री आर. डी. जय शंकर, आइए&एएस के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित करने के साथ हुआ ।

श्री आर डी जय शंकर दीप प्रज्वलित करते हुए

उपर्युक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में वर्षों के अनुभवी एवं प्रबुद्ध वैज्ञानिक, अभियंताओं, पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माताओं, विकासकर्ताओं, उपयोगकर्ताओं, परामर्शदाताओं, शिक्षाविदों और अन्य पवन ऊर्जा से संबद्ध पेशेवरों द्वारा व्याख्यान दिए गए। 29 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण प्रदान करने के लिए कक्षा व्याख्यान, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र और कारखानों में व्यावहारिक प्रशिक्षण हेतु अध्ययन भ्रमण सत्र भी प्रमुख थे।

सभी प्रतिभागियों को कम लागत की स्थानीय सामग्री के साथ लघु पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण करने की पद्धति का सैद्धांतिक प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद ऑरोविले में मैसर्स मिनवायु (MinVayu) सुविधा केंद्र में स्वयं लघु पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण करने का सुअवसर भी उपलब्ध करवाया गया ।

लघु पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण कार्यशाला में प्रतिभागी

उपर्युक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के प्रतिभागीगणों को तमिलनाडु के दक्षिणी भाग में स्थित कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण / अनुसंधान स्टेशन और कन्याकुमारी के आसपास पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्रों का अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ पर नारीयल के वृक्षों की भांति पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापित हैं।

लघु पवन टर्बाइन निर्माण कार्यशाला में प्रतिभागी

अध्ययन यात्रा की इस अवधि में प्रतिभागियों को केप कोमेरिन (भारत के दक्षिणी भाग के छोर पर) कन्याकुमारी में आवास का अवसर मिला जहाँ उन्होंने सूर्योदय एवं सूर्यास्त और भारत की आध्यात्मिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृति का अनुभव प्राप्त किया जो सभी के लिए रोमांचक क्षण थे।

उपर्युक्त अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण प्रयोगशाला, उपकरणीकरण परीक्षण और अनुसंशान एवं विकास सुविधाओं से अवगत करवाया गया। इसके पश्चात प्रतिभागियों को गुमनिपुंडी स्थित मैसर्स लेटनर श्रीराम मेनुफेक्चरिंग लिमिटेड और करखाने में ले जाया गया जहां उन्हें उद्योग विशेषज्ञों से उनके अनुभव गंतव्य स्थल पर पवन ऊर्जा टरबाइन ब्लेड बनाने और विनिर्माण सुविधाओं सहित अन्य संबंधित विषयों को देखने और सुनने का अवसर मिला।

अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार श्री के.सी. धिमोले उपर्युक्त समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे उन्होंने सभी प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण- पत्र प्रदान किए ।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए श्री के.सी. धिमोले

प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। भारत के आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।

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