मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास और प्रशिक्षण - अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण - 13वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
पवन ऊर्जा प्रद्योगिकी केंद्र के सूचना, प्रशिक्षण और अनुकूलित सेवाएं एकक के द्वारा "पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग" विषय पर 13वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन दिनांक 07 मई से 30 मई 2014 की अवधि में किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा विद्युत के सदुपयोग, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, प्रचालन तथा रखरखाव, आर्थिक विश्लेषण और सीडीएम के लाभ आदि युक्त विषयों का बहुत व्यापक पाठ्यक्रम था। यह अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑसियान देशों के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा, मंत्रालय द्वारा समर्थित है। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम में 8 देशों (कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, थाईलैंड और वियतनाम) के 22 उत्साही प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन कपूरथला स्थित सरदार स्वर्ण सिंह राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा संस्थान के निदेशक डॉ योगेंद्र कुमार यादव के द्वारा किया गया।
इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम सामग्री, व्याख्यान और विशिष्ट प्रकरण के अध्ययनों के विषय, विशेषज्ञों के सहयोग से निर्मित किए गए। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा विधाओं के, पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी केंद्र के कई वर्षों के अनुभवी प्रबुद्ध वैज्ञानिक, अभियंताओं और अकादमिक संस्थानों, पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माताओं, विकासकर्ताओं, उपयोगियों और परामर्शदाताओं, राष्ट्रीय विशेषज्ञ जिन्होंने ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा और विशेष रूप से पवन ऊर्जा के क्षेत्र में विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उनके द्वारा व्याख्यान द्वारा दिए गए। 23 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण एवं प्रदान करने के लिए कक्षा व्याख्यान, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र और कारखानों में अध्ययन भ्रमण और व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र शामिल किए गये।
उपर्युक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के प्रतिभागीगणों को तमिलनाडु के दक्षिणी भाग में स्थित कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण / अनुसंधान स्टेशन और कन्याकुमारी के आसपास पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्रों का अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ पर नारीयल के वृक्षों की भांति पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापित हैं।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अंतर्गत, उपर्युक्त के अतिरिक्त, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, उपकरण, परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास उपकरणों के व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ ही पवन ऊर्जा टरबाइन विनिर्माण सुविधाओं और उद्योग विशेषज्ञों से, तादा स्थित मैसर्स रीजेन पावरटेक के कारखाने में अध्ययन भ्रमण के साथ ही, उनके सुविज्ञ अनुभव सुनने का सुववसर भी मिला।
उपर्युक्त अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण प्रयोगशाला, उपकरणीकरण परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं से अवगत करवाया गया। इसके पश्चात प्रतिभागियों को ममुंदर स्थित मैसर्स गमेशा विंड टरबाइन प्राइवेट लिमिटेड के कारखाने में ले जाया गया जहां उन्हें उद्योग विशेषज्ञों से उनके अनुभव गंतव्य स्थल पर पवन ऊर्जा टरबाइन ब्लेड बनाने और विनिर्माण सुविधाओं सहित अन्य संबंधित विषयों को देखने और सुनने का अवसर मिला।
नई दिल्ली स्थित भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास निकाय के कार्यपालक निदेशक श्री ए. खतना, इस समापन समारोह मुख्य अतिथि थे और उन्होंने प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान किए।
प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। भारत के आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।