17वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास और प्रशिक्षण - अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण - 17वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

संक्षिप्त प्रतिवेदन
पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग
आईटीईसी / एससीएएपी कार्यक्रम हेतु विशेष प्रशिक्षण
कार्यक्रम आयोजन की अवधि : 03 फरबरी से 01 मार्च 2016

        राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के सूचना, प्रशिक्षण और अनुकूलित सेवाएं एकक के द्वारा "पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग" विषय पर, भारत सरकार, नई दिल्ली के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा समर्थित और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित 17वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन 03 फरबरी से 01 मार्च 2016 की अवधि में किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा की विभिन्न विधाओं, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, वित्तीय विश्लेषण और सीडीएम लाभ, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र संस्थापना, प्रचालन और रखरखाव आदि विषय मुख्य रूप से संबोधित किए गए। इस विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के आईटीईसी / एससीएएपी कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) एवं अफ्रीकी कार्यक्रम हेतु विशेष राष्ट्रमंडल सहायता (एससीएएपी) सहभागी देशों के लिए भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन से आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम में 16 देशों (केन्या, कंबोडिया, अज़रबैजान, फिलीपींस, म्यांमार, नाइजीरिया, सूडान, लेसोथो, इथियोपिया, ट्यूनीशिया, ओमान, सीरिया, उजबेकिस्तान, पराग्वे, मॉरीशस और गुयाना) के 23 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ एस गोमतिनायगम और उप महानिदेशक डॉ जी गिरिधर के द्वारा दीप प्रज्जवलित करते हुए किया गया।

Course Material release during inauguration

      इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम सामग्री, व्याख्यान और विशिष्ट प्रकरण के अध्ययनों के विषय, विशेषज्ञों के सहयोग से निर्मित किए गए। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में व्याख्यान, पवन ऊर्जा विधाओं के राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान में कई वर्षों के अनुभवी वैज्ञानिक, अभियंताओं, पवन ऊर्जा टरबाइन उद्योग और अकादमिक संस्थान के प्रबुद्ध विद्वानों के द्वारा प्रदान किए गए। 28 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण एवं प्रदान करने के लिए कक्षा व्याख्यान, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र और कारखानों में अध्ययन भ्रमण और व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र शामिल किए गये।

       प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को अनुभव प्रदान करने के लिए, पुदुच्चेरी, ऑरोविले स्थित मैसर्स मिनवायु कारखाने में ले जाया गया है, जहां सभी प्रतिभागियों को स्थानीय पवन ऊर्जा टरबाइन विनिर्माण के विषय में सैद्धांतिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, लघु पवन ऊर्जा टरबाइन का कम लागत पर स्वंय निर्माण किस प्रकार किया जाए यह अनुभव प्राप्त करने का सुअवसर मिला।

     
लघु पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण प्रक्रिया में प्रतिभागीगण

       सभी प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण अनुभव देने के लिए मुमुंदर स्थित मैसर्स गमेशा विंड टरबाइन प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में ले जाया गया जहाँ सभी प्रतिभागियों ने पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण कारखाने में पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माण सुविधाओं एवं विभिन्न विषयों पर चर्चा की और ज्ञानवर्द्धक अनुभव प्राप्त किया।

      
ममुंदर स्थित मैसर्स गमेशा विंड टरबाइन निर्माणकर्ता कम्पनी में प्रतिभागीगण

        प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को अनुभव प्रदान करने के लिए चेन्नई, तारामणि स्थित संरचना अभियांत्रिकी अनुसंधान केंद्र में पवन ऊर्जा सुरंग सुविधा देखने का सुअवसर मिला, प्रतिभागियों के द्वारा अध्ययन भ्रमण से संरचनाओं के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त की गई ।

       
संरचना अभियांत्रिकी अनुसंधान केंद्र में अध्ययन भ्रमण के अवसर पर प्रतिभगीगण


       उपर्युक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के प्रतिभागीगणों को तमिलनाडु के दक्षिणी भाग में स्थित कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण / अनुसंधान स्टेशन और कन्याकुमारी के आसपास पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्रों का अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ पर नारीयल के वृक्षों की भांति पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापित हैं।  

कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान एवं विकास और उपस्टेशन में प्रतिभगीगण

      अध्ययन भ्रमण की इस अवधि में प्रतिभागियों को केप कोमेरिन (भारत के दक्षिणी भाग के छोर पर) कन्याकुमारी में आवास का अवसर मिला जहाँ उन्होंने सूर्योदय एवं सूर्यास्त और भारत की आध्यात्मिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृति का अनुभव प्राप्त किया जो सभी के लिए रोमांचक क्षण थे।  

     नई दिल्ली स्थित सौर ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक डॉ अश्विनी कुमार इस समापन समारोह मुख्य अतिथि थे और उन्होंने सभी प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान किए। 

       
समापन समारोह भाषण देते हुए और पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए डॉ अश्विनी कुमार

प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान चेन्नई के द्वारा प्रदान किए गए आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।

डाउनलोड:ब्रोशर