23 वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

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संक्षिप्त रिपोर्ट
पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग
आईटीईसी देशों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन की अवधि : 30 जनवरी से 01 मार्च 2019

राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रभाग के द्वारा "पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग" विषय पर, भारत सरकार, नई दिल्ली के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा समर्थित और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित 23वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन 30 जनवरी से 01 मार्च 2019 की अवधि में किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा विद्युत की विभिन्न विधाओं, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, वित्तीय विश्लेषण और सीडीएम लाभ, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र संस्थापना, प्रचालन और रखरखाव आदि विषय मुख्य रूप से संबोधित किए गए। इस विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के आईटीईसी / एससीएएपी कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के अंतर्गत आईटीईसी देशों के लिए भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन से आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम में 16 देशों ( अफ़गानिस्तान, कोटे डी'वायर, मिस्र, इथियोपिया, गुयाना, मलावी, मॉरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, नाइजीरिया, सूडान, सीरिया, तंजानिया, टोगो और युगांडा ) के 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के चेन्नई स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के शाखा सचिवालय के प्रमुख श्री पी. के. अशोक बाबू, मुख्य अतिथि के द्वारा किया गया।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए श्री पी. के. अशोक बाबू

इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम सामग्री, व्याख्यान और विशिष्ट प्रकरण के अध्ययनों के विषय, विशेषज्ञों के सहयोग से निर्मित किए गए। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में व्याख्यान, पवन ऊर्जा विधाओं के राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान में कई वर्षों के अनुभवी वैज्ञानिक, अभियंताओं, पवन ऊर्जा टरबाइन उद्योग और अकादमिक संस्थान के प्रबुद्ध विद्वानों के द्वारा प्रदान किए गए। 31 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण एवं प्रदान करने के लिए 43 कक्षा व्याख्यान, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र और कारखानों में अध्ययन भ्रमण और व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र शामिल किए गये। पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, उपकरणीकरण, परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास उपकरणों के साथ सामान्य व्यावहारिक प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया था।

सभी प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण अनुभव देने के लिए तमिलनाडु के दक्षिणी छोर में कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान स्टेशन में अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ सभी प्रतिभागियों को लघु पवन ऊर्जा टरबाइन और वृहद पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण प्रक्रियाओं को व्यवाहरिक रूप से समझने का सुअवसर मिला और तदपश्चात तेनकाशी और कन्याकुमारी में निर्माण कारखाने में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के पवन ऊर्जा टरबाइन मॉडल और निर्माण सुविधाओं को प्रत्यक्ष रूप से अवलोकन करने का अवसर मिला एवं उन्होंने संबंधित विषयों पर चर्चा की और ज्ञानवर्द्धक अनुभव प्राप्त किया।


तिरुनेलवेली स्थित मैसर्स अपोलो इंजीनियरिंग वर्क्स निर्माण कम्पनी में ट्रांसफार्मर सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण
अरालिवमोळी स्थित मैसर्स आरएस विंडटेक इंजीनियर्स प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी में प्रचालन और रखरखाव सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण
कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र में प्रतिभगीगण
चेन्नई स्थित मैसर्स आरआर बी एनर्जी लिमिटेड कम्पनी में पवन ऊर्जा टरबाइन निमार्ण प्रक्रिया की सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण

राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के उप महानिदेशक और सौर ऊर्जा विकिरण संसाधन निर्धारण और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना प्रभाग के प्रमुख डॉ. जी. गिरिधर के द्वारा समापन समारोह के अवसर पर भाषण दिया गया और उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान किए।

समापन समारोह में पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए डॉ जी. गिरिधर

प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान चेन्नई के द्वारा प्रदान किए गए आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।

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