मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास और प्रशिक्षण - अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण - 24 वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम - विषय पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रभाग के द्वारा "पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग" विषय पर, भारत सरकार, नई दिल्ली के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा समर्थित और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित 24वाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन 23 अक्तूबर से 19 नवम्बर 2019 की अवधि में किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा विद्युत की विभिन्न विधाओं, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, वित्तीय विश्लेषण और सीडीएम लाभ, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र संस्थापना, प्रचालन और रखरखाव आदि विषय मुख्य रूप से संबोधित किए गए। इस विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के आईटीईसी / एससीएएपी कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के अंतर्गत आईटीईसी देशों के लिए भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन से आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम में 18 देशों ( अफगानिस्तान, अर्जेंटीना, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, गिनी, इराक, केन्या, मोरक्को, नाइजीरिया, रूस, सेनेगल, सूडान, सीरिया, तंजानिया, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा और जिम्बाब्वे ) के 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ के. बलरामन के द्वारा विधिवत रूप में दिनांक 24 अक्तूबर 2020 को संस्थान के उप महानिदेशक ( प्रशासन एवं वित्त ) एवं प्रभागाध्यक्ष और उपर्युक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के समन्वयक डॉ पी कनगवेल की उपस्थिति में किया गया।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ के. बलरामन |
उद्घाटन समारोह में पाठ्यक्रम सामग्री पुस्तिका का विमोचन करते हुए |
28 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण एवं प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 41 कक्षा व्याख्यान सत्र और और विभिन्न प्रयोगशालाओं में 7 व्यावहारिक अध्ययन के अतिरिक्त पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र और कारखानों में अध्ययन भ्रमण और व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र शामिल किए गये। पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, उपकरणीकरण, परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास उपकरणों के साथ सामान्य व्यावहारिक प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की सामग्री को राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के वैज्ञानिकों और अभियंताओं , पवन ऊर्जा टरबाइन निर्माताओं और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा नियंत्रित किया गया था जिनके पास क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है।
सभी प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण अनुभव देने के लिए तमिलनाडु के दक्षिणी छोर में कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान स्टेशन में अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ सभी प्रतिभागियों को लघु पवन ऊर्जा टरबाइन और वृहद पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण प्रक्रियाओं को व्यवाहरिक रूप से समझने का सुअवसर मिला और तदपश्चात तेनकाशी और कन्याकुमारी में निर्माण कारखाने में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के पवन ऊर्जा टरबाइन मॉडल और निर्माण सुविधाओं को प्रत्यक्ष रूप से अवलोकन करने का अवसर मिला एवं उन्होंने संबंधित विषयों पर चर्चा की और ज्ञानवर्द्धक अनुभव प्राप्त किया।
मैसर्स लीटनर श्रीराम मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड कम्पनी में सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण |
थाटप्परै स्थित मैसर्स सुजलॉन SCADA सेंटर कम्पनी में सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण |
पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान स्टेशन, कायथर में मौसम मस्तूल पर चढ़ते हुए एवं अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण |
चेन्नई स्थित मैसर्स वेस्टास कम्पनी में सुविधाओं का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण |
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ के. बलरामन के द्वारा समापन समारोह के अवसर पर भाषण दिया गया और उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान किए।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक |
प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान चेन्नई के द्वारा प्रदान किए गए आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।