मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास और प्रशिक्षण - अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण - लघु पवन ऊर्जा टरबाइन का अभिकल्प, संस्थापना और रखरखाव
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रभाग के द्वारा दिनांक 15 नवंबर से 13 दिसंबर 2018 की अवधि में "लघु पवन ऊर्जा टरबाइन के अभिकल्प, संस्थापना और रखरखाव" विषय पर विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और भारत अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन - III (IAFS-III) कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के पूर्व और दक्षिणी अफ्रीका प्रभाग द्वारा अफ़्रीकी देशों के लिए प्रायोजित किया गया था। उपर्युक्त पाठ्यक्रम को इस प्रकार से अभिकल्पित किया गया था कि राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान में प्रतिभागी स्वयं को कम लागत की स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्रियों को एकत्रित करते हुए लघु पवन ऊर्जा टरबाइन के भागों और घटकों के अभिकल्प तैयार करें, निर्माण करें, संस्थापित और प्रचालन करें; पवन ऊर्जा विद्युत उत्पादन, संचालन और रखरखाव की प्रणाली को भी समझें। उपर्युक्त पाठ्यक्रम में 10 अफ़्रीकी देशों के ( बेनिन, बोत्सवाना, कैमरून, चाड, घाना, आइवरी कोस्ट, लाइबेरिया, नाइजीरिया, तंजानिया और युगांडा ) के 21 प्रतिभागियों के द्वारा भाग लिया गया।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन मैसर्स विंड एम्पावरमेंट एसोसिएशन, यूनाइटेड किंगडम की समन्वयक सुश्री जेसिका रिवास के द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के उद्घाटन के पश्चात प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पुस्तक का विमोचन करते हुए मुख्य अतिथि |
उपर्युक्त 29 दिवसीय पाठ्यक्रम में 22 कक्षा-व्याख्यान, प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक प्रशिक्षण, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्रों के अध्ययन – भ्रमण और लघु पवन ऊर्जा टरबाइन के अभिकल्प और निर्माण सत्र की ओर विशेष व्यावहारिक ध्यान केंद्रित किया गया था। विभिन्न मॉडल, क्षमता की पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी एवं इसके घटकों और पवन ऊर्जा संसाधनों के मूल्यांकन, परीक्षण, प्रमाणन और वृहद और लघु पवन ऊर्जा टरबाइनों के ग्रिड एकीकरण, पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी आदि के विषय में अधिक ज्ञान प्राप्त करने हेतु प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। उपर्युक्त प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम की पूर्ण प्रक्रिया को राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के वर्षों के अनुभवी वैज्ञानिकों और अभियंताओं के द्वारा कार्यांवित किया गया।
राधापुरम स्थित मैसर्स सुज़लॉन ( सीएमएस ) कम्पनी में SCADA प्रणाली के प्रचालन के पहलुओं को समझते हुए प्रतिभागीगण |
कायथर स्थित मैसर्स सुजलॉन कम्पनी के वेयरहाउस में पवन ऊर्जा टरबाइन के विभिन्न घटकों का अध्ययन करते हुए प्रतिभागीगण |
दिनांक 30 नवंबर से 9 दिसम्बर 2018 की अवधि में उपर्युक्त 10 दिवसीय प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम में प्रतिभागियों के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय लघु पवन ऊर्जा टरबाइन कार्यशाला में भाग लिया गया। कार्यशाला में सभी प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों के द्वारा पवन ऊर्जा टरबाइन के अभिकल्प तैयार किए गए और उनके पुर्जे / घटक बनाए गए। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान, चेन्नई में लघु पवन ऊर्जा टरबाइन प्रयोगशाला में कम लागत और स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री से लकड़ी के टॉवर सहित लघु पवन ऊर्जा टरबाइन निर्मित की गई। ऑरोविले स्थित मैसर्स मिनिवयू के अभियंता और संस्थापक श्री जॉर्ज अयाराज़ा और यूनाइटेड किंगडम के मैसर्स विंड एम्पावरमेंट एसोसिएशन के द्वारा राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के अभियंताओं के समर्थन से उपर्युक्त व्यवाहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम को संचालित किया गया। उपर्युक्त प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों के द्वारा विभिन्न क्षमता के 3 लघु पवन ऊर्जा टरबाइनों का अभिकल्प तैयार किया गया, संग्रहित और संस्थापित किया गया।
लघु पवन ऊर्जा टरबाइन पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला की झलक |
दिनांक 10 से 12 दिसंबर 2018 की अवधि में , अपनी तरह के अद्भुत और प्रथम, लघु पवन ऊर्जा टरबाइन विषय पर आयोजित 3 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभागियों के द्वारा भाग लिया गया और उपर्युक्त अवसर पर पैनल चर्चा, विचार-विमर्श के लिए 10 सत्र निर्धारित किए गए थे जिनका लाभ सभी प्रतिभागियों के द्वारा प्राप्त किया गया।
लघु पवन ऊर्जा टरबाइन पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला की झलक |
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ. के. बलरामन के द्वारा समापन समारोह को संबोंधित किया गया और समापन समारोह के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
प्रशिक्षण-पाठ्यक्रम प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक |
उपर्युक्त प्रशिक्षण - पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की प्रतिभागियों के द्वारा बहुत सराहना की गई। ज्ञान हस्तांतरण प्रक्रिया (कक्षा और व्यावहारिक सत्र) और आतिथ्य की गुणवत्ता से सभी प्रतिभागी बहुत प्रभावित एवं संतुष्ट हुए थे।