चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम – विषय पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण और पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र योजना

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पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण और पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र योजना
आईटीईसी सहयोगी देशों के लिए विशेष प्रशिक्षण - कार्यक्रम आयोजन की अवधि : 28 अगस्त से 30 सितम्बर 2019

राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रभाग के द्वारा " पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण और पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र योजना” विषय पर भारत सरकार, नई दिल्ली के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा समर्थित और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित चतुर्थ विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक 28 अगस्त से 30 सितम्बर 2019 की अवधि में किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन ऊर्जा विद्युत की विभिन्न विधाओं, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, वित्तीय विश्लेषण और सीडीएम लाभ, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र संस्थापना, प्रचालन और रखरखाव आदि विषय मुख्य रूप से संबोधित किए गए। इस विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के आईटीईसी / एससीएएपी कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के अंतर्गत आईटीईसी देशों के लिए भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन से आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम में 9 देशों (इथियोपिया, ट्यूनीशिया, मंगोलिया, इराक, सीरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, श्रीलंका और बांग्लादेश ) के 16 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन, राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ. के. बलरामन के द्वारा दिनांक 28 अगस्त 2019 को दीप प्रज्जवलित करते हुए अपने व्यावहारिक उद्घाटन भाषण के पश्चात किया गया, जिसमें आर्थिक रूप से व्यवहार्य एवं सफल पद्धति से पवन ऊर्जा परियोजना संस्थापित करने के लिए पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण के महत्व का उल्लेख किया गया ।

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ के. बलरामन

इस अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम सामग्री, व्याख्यान और विशिष्ट प्रकरण के अध्ययनों के विषय, विशेषज्ञों के सहयोग से निर्मित किए गए। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में व्याख्यान, पवन ऊर्जा विधाओं के राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान में कई वर्षों के अनुभवी वैज्ञानिक, अभियंताओं, पवन ऊर्जा टरबाइन उद्योग और अकादमिक संस्थान के प्रबुद्ध विद्वानों के द्वारा प्रदान किए गए। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पूर्ण ज्ञान हस्तांतरण एवं प्रदान करने के लिए कक्षा व्याख्यान में पवन ऊर्जा टरबाइन प्रौद्योगिकी की विधाएं और विभिन्न पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण, पवन ऊर्जा संसाधन निर्धारण तकनीक, पवन ऊर्जा टरबाइन निगरानी स्टेशन हेतु क्षेत्र चयन, पवन ऊर्जा टरबाइन संस्थापना, उपकरणीकरण, मौसम मस्तूल और आधुनिक सुदूर संवेदन उपकरणों के उपयोग की पवन ऊर्जा मापन तकनीक पद्धति (SODAR & LiDAR ), आँकड़ा संग्रहण, विश्लेषिकी और प्रसंस्करण, पवन ऊर्जा उपकरण विश्लेषण, पवन ऊर्जा टरबाइन क्षेत्र के अभिकल्प और लेऑउट, पवन ऊर्जा संसाधन मानचित्रण, पूर्वानुमान और पवन ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले सॉफ़्टवेयर उपकरण, परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास उपकरणों के साथ सामान्य व्यावहारिक प्रशिक्षण आदि का संबंधित क्षेत्र की विभिन्न प्रयोगशालाओं में आयोजित किया गया।

सभी प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण अनुभव देने के लिए तमिलनाडु के दक्षिणी छोर में कायथर स्थित पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान स्टेशन में अध्ययन भ्रमण हेतु ले जाया गया जहाँ सभी प्रतिभागियों को लघु पवन ऊर्जा टरबाइन और वृहद पवन ऊर्जा टरबाइन परीक्षण प्रक्रियाओं को व्यवाहरिक रूप से समझने का सुअवसर मिला और तदपश्चात निर्माण कारखाने में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के पवन ऊर्जा टरबाइन मॉडल और निर्माण सुविधाओं को प्रत्यक्ष रूप से अवलोकन करने का अवसर मिला एवं उन्होंने संबंधित विषयों पर चर्चा की और ज्ञानवर्द्धक अनुभव प्राप्त किया।

कायथर स्थित अनुसंधान एवं विकास एकक, पवन ऊर्जा टरबाइन अनुसंधान स्टेशन क्षेत्र में प्रतिभागीगण
मैसर्स सुज़लॉन सकॉडा केंद्र और मैसर्स आर एस इंफोटेक प्रचालन और निगरानी सुविधाओं में प्रतिभागीगण

अध्ययन भ्रमण की अवधि में प्रतिभागीगण के द्वारा कन्याकुमारी में भारत के दक्षिणी छोर का अनुभव प्रतिभागियों के लिए रोमांचक रहा जहाँ पर उन्होंने सूर्योदय और सूर्यास्त और भारत की आध्यात्मिक विरासत को दर्शाने वाली सांस्कृतिक धरोहरों का भी का अवलोकन किया।

राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक डॉ. के बलरामन के द्वारा समापन समारोह के अवसर पर भाषण दिया गया और उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र प्रदान किए।

समापन समारोह के अवसर पर भाषण देते हुए डॉ. के बलरामन
प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम प्रमाण पत्र डॉ. के बलरामन कायथर

प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संरचना और संगठन की अत्यधिक सराहना की गई। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान चेन्नई के द्वारा प्रदान किए गए आतिथ्य और व्याख्यानों की गुणवत्ता से प्रतिभागी बहुत संतुष्ट हुए।

राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के समक्ष प्रतिभागीगण
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