मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास एवं प्रशिक्षण, अवरसंरचना प्रबंधन - राष्ट्रीय प्रशिक्षण- 19वां राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
संस्थान ITCS प्रकोष्ठ ने 14 मार्च – 19 मार्च 2016 की अवधि में ‘’पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी’’ पर 19वें राष्ट्रीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पवन से आरंभ करते हुए पवन संसाधन मूल्यांकन से परियोजना कार्यान्वयन एवं प्रचालन तथा रखरखाव के पहुलओं पर व्यवस्थित रूप से प्रकाश डाला गया। देश के 13 राज्यों से वैविध्यपूर्ण पृष्ठभूमि के 38 प्रतिभागियों ने भाग लिया। उक्त प्रशिषण पाठ्यक्रम में विभिन्न सामाजिक पृष्ठभूमि से 53 पुरुष एवं 6 महिला उम्मीदवारों ने भाग लिया। नीवे के महानिदेशक, डॉ एस. गोमीनायगम ने उक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया तथा उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में पवन क्षेत्र की स्थिति के बारे में काफी जानकारी प्रदान करते हुए उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में पाठ्यचर्या सामग्री का लोकार्पण किया गया तथा उन्हें सभी प्रतिभागियों, संकाय एवं अतिथियों को प्रदान किया गया। प्रतिभागियों के हित में उनके लिए संदर्भ सामग्री के लिए उक्त प्रशिक्षण सामग्री में सभी विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किए गए भाषण एवं प्रस्तुतीकरण/ भाषणों का संकलन सम्मिलित किया गया।
पाठ्यक्रम के दौरान 28 प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किए गए जिसे नीवे के 14 अभियंता एवं पवन टरबाइन उत्पादक, पवन खेत विकासक, परामर्शदाता, शिक्षाविद्, उपयोगकर्ता एवं आईपीपी से 10 बाह्य विशेषज्ञों ने पाठ्चर्या को संभाला।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के दौरान निम्नांकित विषयों पर चर्चा की गई :
प्रशिक्षणार्थियों को व्यावहारिक पक्ष प्रस्तुत करने के लिए नीवे परिसरों में उपलब्ध नवीकरणीय ऊर्जा सुविधाओं को भी प्रदर्शित किया गया जिसमें उन्हें पवन स्रोत मूल्यांकन सेट-अप एवं हाइब्रिड व्यवस्था (पवन-सौर-डीज़ल) आदि के काम करने की पद्धति समझने का मौका प्रदान किया।
अण्णा विश्वविद्यालय के उॅर्जा अध्ययन संस्थान के निदेशक, डॉ. वेलराज समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे तथा उन्होंने समापन भाषण प्रस्तुत करने के पश्चात् सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए।
प्रशिक्षण के 38 प्रतिभागियों से पाठ्यक्रम के विभिन्न पहलुओं एवं समग्र प्रशिक्षण पाठ्यक्रम से संबंधित से उनकी प्रतिक्रिया इकत्रित की गई तथा 17 प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट, 18 प्रतिभागियों ने बहुत अच्छा तथा 3 प्रतिभागियों ने संतोषजनक बताया। प्रतिभागियों ने पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या, बौद्धिक पक्ष, आतिथ्य सत्कार एवं संगठन क्षमताओं की काफी सराहना की।