मुख्य पृष्ठ - विभाग - कौशल विकास एवं प्रशिक्षण, अवरसंरचना प्रबंधन - राष्ट्रीय प्रशिक्षण - "पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी" पर वायुमित्रा आधारभूत पाठ्यक्रम
नीवे ने संस्थान के परिसरों में तथा जीआरआई, दिण्डिगल (हर संस्थान में पांच पाठ्यक्रम) में पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी पर 10 पांच दिवसीय ‘’वायुमित्रा आधारभूत पाठ्यक्रम’’ आयोजित करने हेतु एमएनआरई को प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। एमएनआरई ने 350 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रस्तुत प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान करते हुए संस्वीकृति प्रदान की है। उक्त संस्वीकृति के अनुसार जून 2020 तक 10 पाठ्यकम पूर्ण किया जाना है परन्तु कोविड-19 लॉकडाऊन एवं संबंधित प्रतिबंधों के कारण समय सीमा में विस्तार, दिसंबर 2020 तक सभी 10 पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने हेतु अनुरोध किया गया। एमएनआरई ने तदनुसार ने समय में विस्तार के अनुरोध को अनुमोदन प्रदान किया है तथा मंत्रालय ने कोविड-19 वैश्विक महामारी स्थिति के मानदण्डों को अपनाते हुए प्रशिक्षण के जानकारी पहलू को ऑनलाइन मोड के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करने की संभावनाओं के बारे में पता लगाने का सुझाव दिया था।
मंत्रालय के सुझाव के अनुरूप अभियंताओं के लिए पांच दिवसीय पाठ्यक्रमों को दो भागों में विभाजित किया गया। फेज- I में जानकारी पहलू से संबंधित दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा तथा फेज- II में कौशल पहलू के लिए नीवे, चेन्नई के परिसरों में तीन दिवसीय प्रत्यक्ष/ संपर्क प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जैसे कि आईटीआई एवं डिप्लोमा होल्डरों के लिए गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान दिण्डिगल (GRI) के सभी पांच दिवसीय पाठ्यक्रम प्रत्यक्ष/ संपर्क माध्यम द्वारा ही आयोजित किए जाएंगे।
पवन पवर एवं प्रौद्योगिकी का परिचय, पवन संसाधन मूल्यांकन, पवन टरबाइन जनरेटरों का संस्थापन एवं प्रचालन, नीतिगत मामलों के साथ पवन खेतों का प्रचालन एवं रखरखाव के बारे में पूर्ण सिंहावलोकन प्रदान करना ही उक्त ‘’वायुमित्रा आधारभूत पाठ्यक्रम’’ का मूल उद्देश्य है। इस पाठ्यक्रम को तकनीशियन, अभियंताओं आदि के साथ ग्रामीण पृष्ठभूमि के तकनीशियन, डिप्लोमा एवं स्नातक/ स्नातकोत्तर अभियंता/व्यावसायिकों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
प्रशिक्षण के जानकारी ब्रोशर को ईमेल, नीवे वेबसाइट एवं अन्य सोशियल मीडिया पेजों के माध्यम से परिचालित किया गया। अर्हक उम्मीदवारों से गूगल फॉर्म, इमेल द्वारा एवं वैयक्तिक रूप से पंजीकरण प्राप्त किए गए।
नीवे के कौशल विकास एवं प्रशिक्षण (SDT) प्रभाग ने भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा प्रायोजित ‘’पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी’’ पर वायुमित्रा आधारभूत पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया है जिसे 5 बैचों में आयोजित किया गया और 175 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
ऑनलाइन एवं प्रत्यक्ष प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की अनुसूची निम्नानुसार है :
बैच | फेज़-I (ऑनलाइन) | फेज़– II (प्रत्यक्ष) |
पहला | 03 अगस्त से 04 अगस्त 2020 | 08 फरवरी से 10 फरवरी 2021 |
दूसरा | 03 सितंबर से 4 सितंबर 2020 | 11 फरवरी से 13 फरवारी 2021 |
तीसरा | 17 सितंबर से 18 सितंबर 2020 | 15 फरवरी से 17 फरवरी 2021 |
चौथा | 29 सितंबर से 30 सितंबर 2020 | 18 फरवरी से 20 फरवरी 2021 |
पांचवां | 15 अक्तूबर से 16 अक्तूबर 2020 | 22 फरवरी से 24 फरवरी 2021 |
नीवे में अनुसूचित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए अच्छी संख्या के लगभग 481 नामांकन आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदण्डों तथा निर्धारित अर्हकता मानदण्ड के अनुसरण में 175 उचित उम्मीदवारों को लघुसूचित किया गया। उक्त ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए लघुसूचित 175 उम्मीदवारों को 17 राज्यों (आन्ध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उडीसा राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश एवं पश्चित बंगाल) एवं 2 (नई दिल्ली एवं पाण्डिचेरी) संघ राज्यों से चयनित किया गया। विभिन्न कारणों से ऑनलाइन पाठ्यक्रम में उपस्थित 69 हुए प्रशिणार्थी, नीवे चेन्नई में आयोजित प्रत्यक्ष / संपर्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों उपस्थित नहीं हो पाए, अत: नए 69 प्रतिभागियों को चुनकर 09 फरवरी से 10 फरवरी 2021 की अवधि में उन्हें विशिष्ट रूप से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया और उन्हें प्रत्यक्ष/ संपर्क प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपस्थित होने की अनुमति दी गई।
ऑनलाइन मोड में तथा नीवे में आयोजित प्रत्यक्ष प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित होनेवाले प्रतिभागियों के विवरण निम्नानुसार है :
बैच | उपस्थित प्रतिभागियों की सं | राज्यों की संख्या जहां से वे आए | ||
फेज I | फेज II | फेज I | फेज II | |
पहला | 34 | 28 | 9 | 5 |
दूसरा | 32 | 33 | 9 | 7 |
तीसरा | 31 | 36 | 11 | 8 |
चौथा | 35 | 38 | 9 | 5 |
पांचवां | 43 | 40 | 6 | 7 |
कुल | 175 | 175 | 19 | 14 |
उक्त 5 दिवसीय पाठ्यक्रम (ऑनलाइन एवं प्रत्यक्ष) की अवधि में विभिन्न प्रयोगशालाओं में 17 कक्षा भाषण एवं 3 व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए। नीवे के वैज्ञानिक एवं अभियंताओं ने प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या को संभाला।
प्रशिक्षण के दौरान पवन अनुवीक्षण स्टेशन संस्थापन, संवेदियों का असेम्बलिंग, डेटा इकत्रीकरण एवं विश्लेषण पर व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए। सभी प्रतिभागियों को नीवे में उपलब्ध नवीकरणीय ऊर्जा सुविधाएं एवं पवन टरबाइन प्रशिक्षण व्यवस्थाओं को भी प्रदर्शित / निरूपित किया गया।
डॉ. के. बलरामन, महानिदेशक, नीवे पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए |
पाठ्यक्रम सामग्री का लोकार्पण |
प्रथम बैच के प्रतिभागी | द्वितीय बैच के प्रतिभागी |
तृतीय बैच के प्रतिभागी | चतुर्थ बैच के प्रतिभागी |
पांचवे बैच के प्रतिभागी |
प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण की पाठ्यक्रम संरचना एवं संगठन की प्रशंसा की। प्रतिभागी, भाषण एवं प्रस्तुतीकरणों से काफी संतुष्ट थे तथा नीवे, चेन्नई, भारत में उन्हें दिया गया आतिथ्य सत्कार से अत्यंत प्रसन्न थे।
प्रतिभागियों ने वर्चुअल मोड में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 126 प्रतिभागियों (72%) ने पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या को उत्कृष्ट बताया, 47 प्रतिभागियों (27%) ने अच्छा बताया तथा 175 प्रतिभागियों में से 1 प्रतिभागी (1%) ने उसे संतोषजनक बताया। 175 प्रतिभागियों में से 133 प्रतिभागियों (76%) ने पाठ्यक्रम के आयोजन को उत्कृष्ट बताया, 41 प्रतिभागियों (23%) ने उसे अच्छा बताया तथा 1 प्रतिभागी (1%) ने उसे संतोषजनक बताया।
साथ ही, प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के प्रत्यक्ष / संपर्क मोड में आयोजित कार्यक्रमों की भी सराहना की। वितरित प्रशिक्षण सामग्री, उसकी उपयुक्तता एवं संगतता के बारे में कुल प्रतिभागियों में से क्रमश: 135 प्रतिभागियों (77%), 35 प्रतिभागियों (20%), तथा 5 प्रतिभागियों (3%) ने उसे दरित किया। जैसा कि यह विदित है कि पाठ्यक्रम को आइडिया के विनिमय हेतु मंच प्रदान करने के उद्देश्य से उसे एक अच्छी परिचर्चा के रूप में तैयार किया गया जिसकी प्रतिक्रिया में वक्ताओं द्वारा दिए गए उत्तर के संदर्भ में क्रमश: 126 प्रतिभागियों (72%), 41 प्रतिभागियों (23%) तथा 8 प्रतिभागियों (8%) ने उसे उत्कृष्ट, बहुत अच्छा और संतोषजनक बताया। प्रशिक्षण के बारे में समग्र प्रतिक्रिया के संदर्भ में 175 प्रतिभागियों में से क्रमश: 131 प्रतिभागियों (75%), 40 प्रतिभागियों (23%) एवं 4 प्रतिभागियों (2%) ने उत्कृष्ट, बहुत अच्छा एवं संतोषजनक बताया।
गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान – मानद विश्वविद्यालय ने आईटीआई / डिप्लोमा धारकों के 185 प्रतिभागियों के लिए 5 बैचों का ‘’पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी’’ पर वायुमित्रा आधारभूत पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। जीआरआई में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए काफी अधिक संख्या में नामांकन प्राप्त हुए जिसमें से भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदण्डों तथा निर्धारित अर्हकता मानदण्ड के अनुसरण में 175 उचित उम्मीदवारों को लघुसूचित किया गया।एमएनआरई ने 5 प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के माध्यम से केवल 175 प्रतिभागियों की संख्या (35 प्रतिभा्री प्रति पाठ्यक्रम) को संस्वीकृति प्रदान की है लेकिन जीआरआई ने तमिलनाडु के विभिन्न जिलाओं से 185 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया है।
उक्त 5 दिवसीय पाठ्यक्रम में 40% समय सैद्धांतिक कक्षा के लिए तथा विभिन्न प्रयोगशालाओं में 60% समय व्यावहारिक प्रशिक्षण आबंटित किया गया। नीवे, जीआरआई, पवन उद्योग एवं प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के वैज्ञानिक एवं अभियंताओं ने प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या को संभाला।
प्रशिक्षण के दौरान पवन अनुवीक्षण स्टेशन संस्थापन, संवेदियों का असेम्बलिंग, डेटा इकत्रीकरण एवं विश्लेषण पर व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए। सभी प्रतिभागियों को नीवे में उपलब्ध नवीकरणीय ऊर्जा सुविधाएं एवं पवन टरबाइन प्रशिक्षण व्यवस्थाओं को भी प्रदर्शित / निरूपित किया गया। इसके अतिरिक्त, पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में योग कक्षाएं एवं गांधीवादी जीवनमूल्यों की कक्षाएं भी आयोजित की गईं। उक्त कार्यक्रम के प्रति प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया अत्यंत संतोषजनक रहा है।
हर बैच में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की निर्धारित तारीखें एवं प्रतिभागियों की संख्या के विवरण निम्नानुसार हैं ;
बैच | निर्धारित तारीखें | उपस्थित प्रतिभागियों की सं |
पहला | 08 फरवरी से 12 फरवरी 2021 | 38 |
दूसरा | 15 फरवरी से 19 फरवरी 2021 | 38 |
तीसरा | 22 फरवरी से 26 फरवरी 2021 | 35 |
चौथा | 01 फरवरी से 5 मार्च फरवरी 2021 | 38 |
पांचवां | 08 मार्च से 12 मार्च 2021 | 36 |
कुल | 185 |