मुख्य पृष्ठ - विभाग - अनुसंधान और विकास; एवं, संसाधन आँकड़ा विश्लेषिकी; एवं, पूर्वानुमान
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के अनुसंधान और विकास प्रभाग की स्थापना पवन ऊर्जा विद्युत प्रणालियों में विश्वस्तरीय, विश्वसनीय और लागत प्रभावी प्रौद्योगिकियों को प्राप्त करने और उन्हें बनाए रखने के लिए समयबद्ध और मिशन उन्मुख अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों के समर्थन के विशिष्ट उद्देश्य को संबोधित करने हेतु की गई थी। यह प्रभाग, सतत शिक्षण माध्यम से अपने ज्ञान और कौशल में सुधार करता आ रहा है, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ तालमेल रखने और अभिनव दृष्टिकोण के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त कर रहा है। अनुसंधान और विकास प्रभाग संस्थान-आंतरिक अनुसंधान और विकास को संचालित कर रहा है; तथा पवन ऊर्जा क्षेत्र के लाभ हेतु एक विस्तृत स्पेक्ट्रम में काम करने वाले शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग जगत, पवन ऊर्जा विषय के विशेषज्ञों और सलाहकारों के साथ प्रभावी नेटवर्किंग के माध्यम से अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों का समन्वय करता है।
विद्यार्थियों को अपने भविष्य के विकल्प के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा का चयन करने हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान प्रति वर्ष नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 25 विद्यार्थियों को अनिवार्य अध्ययन कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान की सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा। उपर्युक्त कार्यक्रम को राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान - अकादमिक एसोसिएट कार्यक्रम के रूप में जाना जाएगा और इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के वैज्ञानिकों और अभियंताओं के साथ राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान की परियोजनाओं में कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
पैन-इंडिया अनुसंधान नेटवर्क कार्यक्रम की स्थापना
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान में पैन-इंडिया अनुसंधान नेटवर्क कार्यक्रम की स्थापना की गई है, जहां पवन ऊर्जा टरबाइन, प्रचालन , संस्थापना, रखरखाव; पवन ऊर्जा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी शोधकर्ताओं और संस्थानों को एक सामान्य मंच पर लाया जाएगा जिसके अंतर्गत भारत में एक स्वदेशी अनुसंधान नेटवर्क की स्थापना की गई। भारत में पवन ऊर्जा से संबंधित सभी अनुसंधानों के लिए एक सामंजस्य केंद्र बनाने का उद्देश्य है, जहां पर पवन ऊर्जा उद्योग जगत द्वारा मान्यता प्राप्त विषयों को, अकादमिक संगठन के द्वारा शोध अनुसंधान के लिए सुनिश्चित किया जाएगा जिसे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन के साथ, राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के माध्यम से कार्यांवित किया जाएगा।
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा पवन ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान हेतु एक अत्याधुनिक संस्थान-आंतरिक प्रणाली विकसित की गई है जिसके अंतर्गत 7 दिन पूर्व की पवन ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान सेवाएं एवं समर्थन को देश के सभी राज्य भार प्रेषण केंद्रों को प्रदान किया जाएगा, जिससे कि पवन ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा विद्युत उत्पादन एवं ग्रिड प्रबंधन उचित रूप से कुशलतापूर्वक किया जा सके।
राज्य भार प्रेषण केंद्र की ग्रिड प्रबंधन गतिविधियों में परिवर्तनीय उत्पादन पूर्वानुमान सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के समर्थन से स्पेन देश की मैसर्स वोर्टेक्स कम्पनी के साथ मिलकर भारत - स्पेनीश अनुसंधान सहयोग के साथ नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने और पवन ऊर्जा उत्पादन और निकासी को समृद्ध करने हेतु वर्ष 2013 में 51 मेगावॉट पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान परियोजना का प्रदर्शन किया गया। उपर्युक्त परियोजना के उपोत्पाद के रूप में राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा तमिलनाडु राज्य में वर्ष 2015 से प्रचालन पवन ऊर्जा पूर्वानुमान सेवाएं आरम्भ की गई थी। तद्पश्चात एनडब्ल्यूपी आँकड़ा समूह की सहायता से वर्ष 2017 में राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा एक स्वदेशी पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान मॉडल विकसित किया गया था और इसका विभिन्न प्रायोगिक प्रचालन पवन ऊर्जा पूर्वानुमान परियोजनाओं में परीक्षण किया जा रहा है। वर्तमान में, राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा पूर्ण गुजरात राज्य, कर्नाटक राज्य, एसआरएलडीसी और महाराष्ट्र राज्य के लिए प्रायोगिक प्रचालन पवन ऊर्जा पूर्वानुमान परियोजनाओं सेवाएं कार्य कर रही हैं। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा एसआरएलडीसी को प्रायोगिक प्रचालन पवन ऊर्जा पूर्वानुमान सेवाओं की सहायता प्रदान की जा रही हैं। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान की पूर्वानुमान सेवा राज्यों के विद्युत उत्पादन और वितरण प्रणालियों को बिना किसी उतार चढ़ाव के श्रेष्ठ रूप से प्रबंधन हेतु प्रदान की जा रही हैं।
दिनांक 10 से 11 दिसम्बर 2015 की अवधि में दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित 42वें स्कोच शिखर सम्मेलन में ‘ पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान NIWE – Vortex’ परियोजना के लिए राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान को ‘ स्कोच ऑर्डर ऑफ मेरिट पुरस्कार 2015’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। /p>
दिनांक 27 फरबरी 2019 को दिल्ली में जनपथ स्थित डॉ अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में आयोजित ‘ राष्ट्रीय पुरस्कार - ई– गवर्नेस 2018-19’ के समारोह में पूर्ण तमिलनाडु राज्य के लिए पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान सेवा परियोजना प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान को ‘शैक्षणिक अनुसंधान संस्थानों द्वारा नागरिक केंद्रित सेवाओं पर उत्कृष्ट शोध’ हेतु ‘ राष्ट्रीय पुरस्कार - ई– गवर्नेस 2018-19’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा वर्ष 2017 में परिवर्तनीय उत्पादन पूर्वानुमान प्रयोगशाला की स्थापना परिवर्तनीय उत्पादन में सेंटर फॉर एक्सीलेंस केंद्र परियोजना के अंतर्गत की गई। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय उद्योग जगत को पवन ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान सेवाएं प्रदान करना है।
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा संस्थान आंतरिक आँकड़ा प्रबंधन प्रणाली, स्वदेशी पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा पूर्वानुमान मॉडल, निगरानी प्रणाली, वेब पोर्टल, पूर्वानुमान सिमुलेशन उपकरण और सुरक्षा प्रणाली विकसित की गई हैं। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा वर्तमान में विभिन्न राज्य भार प्रेषण केंद्रों को व्यावसायिक आधार पर परिवर्तनीय उत्पादन प्रायोगिक पूर्वानुमान सेवाएं और प्रचालन परिवर्तनीय उत्पादन पूर्वानुमान सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
तमिल राज्य के लिए वर्ष 2018 में सीईआरसी त्रुटि ब्लाक मानदंडों के अनुमेय विचलन के अंतर्गत एक दिवसीय और एक दिन पूर्व दोनों के पूर्वानुमान में पवन ऊर्जा पूर्वानुमान की सटीकता में एतिहासिक 99 प्रतिशत का मानदंड हुआ है। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा तमिलनाडु राज्य, गुजरात राज्य, कर्नाटक राज्य, आंध्र प्रदेश राज्य, महाराष्ट्र राज्य और राजस्थान राज्य के सभी राज्य भार प्रेषण केंद्रों के लिए प्रचालन पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान प्रणाली संस्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा प्रचालन पवन ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान प्रणाली संस्थापित करने के लिए देश के तीव्र गति वाले अन्य राज्यों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव किया गया है।
पूर्ण तमिलनाडु राज्य के लिए त्रुटि विश्लेषण निम्न्वत ग्राफ में दर्शाया गया है:
पूर्ण कर्नाटक राज्य के लिए त्रुटि विश्लेषण निम्न्वत ग्राफ में दर्शाया गया है:
पूर्ण गुजरात राज्य के लिए त्रुटि विश्लेषण निम्न्वत ग्राफ में दर्शाया गया है:
एनपी कुंटा सौर ऊर्जा पार्क के लिए त्रुटि विश्लेषण निम्न्वत ग्राफ में दर्शाया गया है:
अगस्त 2017 में राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा मैसर्स ओवरस्पीड, जीएमबीएच के सहयोग से पूर्वानुमान टीम क्षमता, निर्माण प्रक्रिया आरम्भ की गई। प्रोटोटाइप सौर ऊर्जा विद्युत पूर्वानुमान मॉडल के निर्माण की प्रक्रिया का कार्य प्रगति पर है।
नवीन आगामी सुविधाएं / घटनाएँ
पूर्वानुमान पोर्टल के स्नैपशॉट:
एक दिन पूर्व पवन ऊर्जा पूर्वानुमान की अनुसूची का ग्राफ: |
एक सप्ताह पूर्व सौर ऊर्जा पूर्वानुमान की अनुसूची का ग्राफ: |
प्रायोगिक पवन ऊर्जा सौर ऊर्जा पूर्वानुमान सेवाओं के लिए विभिन्न राज्य भार प्रेषण केंद्रों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार
IWPA की समीक्षा बैठक
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