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प्रमाणीकरण प्रक्रिया
प्रमाणीकरण के स्तर
प्रमाणन के चरण |
प्रमाणीकरण फ्लो डयाग्रम
प्रकार प्रमाणीकरण जारी करने
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा संचालित पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार प्रमाणन योजना के अंतर्गत एक पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार प्रमाणन ज़ारी करने का निर्धारण मूल्यांकन के माध्यम से मानक–अनुरूप मूल्यांकन के परिणामों से निर्धारित किया जाता है; बशर्ते कि प्रलेख प्रमाणन योजना में निर्दिष्ट आवश्यकताओं के मानक–अनुरूप हैं और आवेदक के द्वारा अन्य सभी शर्तों को पूरा किया गया हो।
पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार के लिए प्रमाणपत्र ज़ारी करने से पहले निम्नलिखित विषयों को ध्यान में रखा जाना चाहिए:
वित्तीय समर्थन एवं शुल्क
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान भारत सरकार (भारत सरकार) द्वारा वित्त पोषित संस्थान है।
उपर्युक्त प्रमाणीकरण कार्य तीन चरणों में किया जाता है।
प्रत्येक चरण का शुल्क राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान की अनुमोदित कार्यप्रणाली के आधार पर अनुमानित किया जाता है और यह संबंधित कार्य क्षेत्र पर निर्भर करता है। ग्राहक को उपर्युक्त शुल्क के विषय में सूचित किया जाता है और परियोजना के आरम्भ होने से पहले ग्राहक से सहमति-पत्र प्राप्त किया जाता है।
शर्त एवं प्रबंधन
राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान से प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए सामान्य और विशेष आवश्यकताएं निम्नलिखित तीन प्रलेखों में प्रदान की जाती हैं; उपर्युक्त प्रमाणन प्राप्त करने के इच्छुक निर्माणकर्ता के द्वारा इन्हें स्वीकार किया जाना आवश्यक है।
प्रमाणीकरण में परिवर्तन
उपर्युक्त अभिकल्प / निर्माण गुणवत्ता प्रणाली में किसी भी प्रकार के परिवर्तन किए जाने की स्थिति में प्रमाणन प्रभाग से आवश्यक स्वीकृति प्राप्त करनी आवश्यक है। प्रमाणन प्रभाग की अनुमति लिए बिना किसी भी प्रकार के परिवर्तन किए जाने पर प्रमाणपत्र अपनी वैधता समाप्त कर देगा।
प्रमाणीकरण पर निर्णय
प्रमाणपत्र संबंधी पूर्ण अभिलेख प्रमाणन विभाग के द्वारा रखे जाएंगे। एक रजिस्टर में परियोजना संख्या, ग्राहक का नाम और प्रमाणपत्र संख्या आदि की प्रवीष्टि की जाएगी। प्रमाणन प्रभाग के द्वारा प्रामाणिकता के विषय में अपेक्षित पूछताछ, प्रामाणिकता, वैधता आदि की जानकारी इच्छुक व्यक्ति को संबोधित की जाएगी।
प्रमाणपत्र की मान्यता प्रमाणन योजना में निर्धारित मानदंडों के अनुसार हैं। उपर्युक्त वैधता प्रायः पांच वर्ष के लिए होती है। प्रमाणपत्र की प्रमाणन वैधता की अवधि के अंत में प्रमाणपत्र को नवीनीकरण की प्रक्रियाओं के अनुसार नवीनीकृत किया जाएगा। हालांकि, प्रमाणपत्र के शेष विषयों के आधार पर प्रमाणपत्र की वैधता को अल्पकालीन अवधि ( एक वर्ष से अधिक नहीं ) हेतु ज़ारी किया जा सकता है। ऐसे विषयों में, प्रमाणपत्र के विस्तार को संतोषजनक पद्धति से हल करने पर संबोधित किया जाता है। उपर्युक्त वर्णित नियंत्रण और निर्णय प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक है। हालाँकि, नवीन या संशोधित मूल्यांकन रिपोर्ट, मानक–अनुरूप विवरणिका, और अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने की आवश्यकता को विषय के आधार पर आवश्यकताओं के अनुसार माना जाएगा और या तो एक नया प्रमाणपत्र या प्रमाणपत्र के विस्तार की सूचना संबंधी एक पत्र ज़ारी किया जाएगा।
पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार के प्रमाणपत्र की वैधता अवधि में, यदि किसी प्रकार की क्षति, असफलता या विचलन, यदि कोई है, तो पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार उपर्युक्त प्रमाणन को, प्रमाणपत्र धारक या किसी भी इच्छुक / प्रभावित व्यक्ति या व्यक्तिगत निरीक्षण के अवसर पर पाए गए किसी कारण के आधार पर, प्रमाणन प्रभाग द्वारा प्रमाणित किया जाएगा; उपर्युक्त स्थिति में प्रमाणन प्रभाग तत्काल इसका सत्यापन करेगा। एक सत्यापन रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यदि सत्यापन से पता चलता है कि विफलता या क्षति पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार प्रमाणन की सुरक्षा या संरचनात्मक अखंडता को प्रभावित कर रही है, तो प्रमाणन प्रभाग के द्वारा उपर्युक्त संदर्भित प्रमाणपत्र को तुरंत निलंबित कर दिया जाएगा।
यदि पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार प्रमाणन निलंबित कर दिया जाता है, तो परियोजना प्रबंधक / परियोजना प्रमुख के द्वारा ग्राहक को उपर्युक्त की सूचना दी जाएगी और योजना की आवश्यकताओं के अनुसार निलंबन को समाप्त करने और प्रमाणीकरण को पुनः प्रदान करने के लिए आवश्यक कार्रवाई किसी भी अन्य कार्यों सहित आवश्यक है।
पवन ऊर्जा टरबाइन – प्रकार के प्रमाणपत्र के निलंबन पर, विफलता या क्षति की गहन जांच की जाएगी। एक जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट की सिफारिश के आधार पर प्रमाणपत्र को वापस लेने के लिए कार्यवाही की जाएगी। वापसी के लिए, जांच रिपोर्ट के आधार पर, प्रमाणपत्र प्रदान करने के लिए उपर्युक्त वर्णित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। प्रमाणपत्र में परिवर्तन, जाँच रिपोर्ट में वर्णित समस्याओं के समाधान के लिए ग्राहक के संशोधनों को शामिल किया जाएगा, और इसमें शामिल किए गए परिवर्तनों / संशोधनों के प्रमाणीकरण को प्रमाणन प्रभाग द्वारा संतोषजनक मूल्यांकन करते हुए समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उपर्युक्त विषयों में राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान के द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा और राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान की वेबसाइट में भी आवश्यक संशोधन किया जाएगा।